[कोविड-१९ बड़ी खबर] कोरोना व्हॅक्सीन के दुष्परीणामो वाले सभी पिडीतो और मृतको के परीवार वालो को सरकार की तरफ से मिलेंगा मुआवजा। हाय कोर्ट की फटकार के बाद सरकार पड़ी नरम।

  • इंडियन बार असोसिएशनऔर अवेकन इंडिया मुव्हमेंट(AIM) के प्रयासो की जीत।
  • पिडीतो को दुनियाभर मे मिला करोडो का मुआवजा। दुनिया के कई देशो द्वारा पिडीतो को करोडो रुपयो का मुआवजा।
  • भारत की कोव्हीशील्ड व्हॅक्सीन के दुष्परिणामों से मौत होने की वजहसे २१ युरोपीयन देशो मे प्रतिबंध।
  • बिल गेट्स, अदार पूणावाला और दोषी सरकारी अधिकारीयो से पिडितो को मुआवजा दिलाने की की कानूनी लड़ाई में इंडियन बार असोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अँड. निलेश ओझा, प्रसिद्ध वैज्ञानिक नम्बी नारायण को मुआवजा दिलाने वाले अँड. उन्नीकृष्णन आदी प्रसिद्ध वकिलो द्वारा पीड़ितों को सहायता। आरोपीयो के होश उडे।
  • इसके पहले हाय कोर्ट ने पोलियो टीके के दुष्परीणामो पर भी ३५ लाख रुपये से भी अधिक मुआवजा देने का आदेश दिया था।
  • कोरोना टिके से होने वाले दुष्परिणाम इस प्रकार हैं:

        i) मायोकार्डिटिस   

        ii) गिल्लन बर्रे सिंड्रोम मुँह का टेढ़ापन

        iii) अंधापन

       iv) बहरापन

        v) थ्राम्बोसिस के कारण मृत्यु - रक्त के थक्के

        vi) थ्रोम्बोसाइटोपेनिया - रक्त में प्लेटलेट्स की कमी   

        vii) एच. आई. वी.

  • टीके के दुष्परिणामों में आपको शिकायत करने के लिए कोई समय सीमा नही है। उसे कभी भी दर्ज कर सकते हैं । सरकारी लिंक पर शिकायत दर्ज करनी होती है।

अधिक जानकारी के लिए अव्हेकन इंडिया मुव्हमेंट के वेबसाइट पर देंखे.

Link:-  https://awakenindiamovement.com

[विस्तृत समाचार] नई दिल्ली : कोरोना टीका (Covishield & Covaxin) से होनेवाले जानलेवा दुष्परीणामो के लिए सरकार हर पिडीतो और मृतको के परीवार वालो को मुआवजा  देने के लिए बाध्य है। क्योकि सरकार ने ही इसके दुष्परीणामो को  बिना बताये लोगो को टीका लेने के लिये प्रोत्साहीत किया था और कई राज्यों ने गैरकानूनी निर्बंध लगाकर लोगो को जबरदस्ती व्हॅक्सीन दी थी।  इस बारे मे अवेकन इंडिया मुव्हमेंटऔर इंडियन बार असोसिएशन की ओर से IBA के राष्ट्रीय अध्यक्ष ॲड. नीलेश ओझा ने मुंबई हाय कोर्ट मे बिल गेट्स के खिलाफ दुनिया की पहली याचिका दायर की। [Smt. Kiran Yadav Vs. State and ors. Criminal Writ Petition 6159 of 2021]

उसमें कोव्हीशील्ड के दुष्परीणामो की वजह से २३ वर्षीय हितेश कडवे की मौत होने की वजह से उसकी माँ को १०० कोरोड रुपये मुआवजा और दोषी अधिकारी तथा टीका कंपनी सीरम इंस्टीट्युट के मालिक आदर पुनावाला और बिल गेट्स के खिलाफ हत्या तथा देश की संपत्ती का दुरुपयोग टीका कंपनी के फायदे के लिये करना आदी गुनाहो के लिए IPC 302, 409, 120 (B), 34, 52 आदी धाराओ के तहत कठोर कानूनी करवाई की मांग की गयी।

उस केस की चर्चा सरे दुनिया मे हुई। अमेरीका के पूर्व राष्ट्रपति केनेडी के परीवार द्वारा संचालीत पत्रिका चिल्ड्रेन्स हेल्थ डिफेन्स ने करीब १३ पेज की विस्तृत न्यूज़ प्रकाशित की।

Link:-  

https://childrenshealthdefense.org/defender/bill-gates-indian-government-lawsuit-astrazeneca-vaccine-killed-shri-hitesh-kadve/

उसके बाद सारी दुनिया मे टीके के दुष्परीणामो के मुआवजे की मांग उठने लगी और सरकारो ने पिडीतो को मुआवजा देना शुरु किया।

AIM और IBA ने दूसरी याचिका डॉ. स्नेहल लुनावत के कोव्हीशील्ड व्हॅक्सीन से मौत के बारे मे पिडीतो परीवार को १००० करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की। [Dilip Lunawat Vs. Serum Institutte of India Pvt. Ltd WP/5767/2022]

Petition Copy Link:-

https://drive.google.com/file/d/11oiYAbwIcTPe_0J2zAUynVEipggrM14O/view

News Link:-

Live Law News:

https://www.livelaw.in/news-updates/bombay-high-court-covid-19-vaccine-death-due-to-side-effect-1-crore-compensation-190899

Bar and Bench News:

https://www.barandbench.com/news/plea-in-bombay-high-court-seeks-1000-crore-compensation-alleging-death-from-covid-vaccine

नोवा साबू के परीवार द्वारा ऐसी ही याचिका ॲड. उन्नीकृष्णन द्वारा केरला हाय कोर्ट मे दायर की गई और उसमे कोर्ट ने सरकार को जबाब दाखिल करने का आदेश दिया।

Petition Copy Link:-

https://drive.google.com/file/d/11VAOvp5YyOArNS_d5MJY2j8m71_soxq1/view?usp=sharing

News Link:-

Live Law News:

https://www.livelaw.in/news-updates/19-year-old-dies-post-covishield-vaccination-kerala-high-court-seeks-centres-response-on-parents-plea-196742

हाल ही मे १० अगस्त २०२२ को ऐसीही पिडीत विधवा श्रीमती सयीदा की याचिका पर केरला हाय कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाकर टीके के दुष्परिणामों से पीड़ित लोगों को तुरंत मुआवजा देने को कहा । उस पर सरकारने तुरंत नीतियां बनाने का आश्वासन दिया । 

ॲड. प्रभु के. एन. और  मनुमोन ए. ने पैरवी की।

Link:-

https://www.barandbench.com/news/no-laughing-matter-kerala-high-court-calls-for-urgent-action-to-grant-compensation-for-persons-who-died-following-covid-vaccination

टीके के दुष्परिणामों पर पीड़ित को ३५ लाख रुपये से ज्यादा का मुआवजा देते वक्त हाय कोर्ट ने स्पष्ट किया की डॉक्टर ने अगर दुष्परिणामों को वैक्सीन की वजह से हुआ दुष्परिणाम नही भी पाया परंतु अगर वह दुष्परिणाम उस वैक्सीन से होता है ऐसे सबूत है तब पीड़ित को सरकार ने मुआवजा जरूर देना चाहिए।

In Devilal Vs. M.P. State Through Chief Secretary and Ors. 2017 SCC OnLine MP 2322 it is ruled as under;

11. The research conducted by WHO also establishes that the paralysis can be one of the side effects of Oral Polio Vaccine. The Doctor examined before the trial Court has also supported the aforesaid view and, therefore, the appeal filed by the plaintiff, keeping in view the facts and circumstances of the case, deserves to be allowed.

12. This Court is of the considered opinion that once the factum of side effect of Polio drops was established on the basis of statement given by the defence witness, in all fairness, the proper compensation towards treatment and mental sufferings should have been granted in the peculiar facts and circumstances of the case.

13. ……… The plaintiff shall be entitled for a sum of Rs. 10,00,000/- (Rs. Ten lacs) along with interest @ 12% p.a., w.e.f. 20/11/1996, towards the treatment and the mental sufferings and the amount shall be paid by the State of Madhya Pradesh within a period of 90 days from the date of receipt of certified copy of this order. In case the amount is not paid within a period of 90 days, it shall carry interest @ 15% p.a., w.e.f. 20/11/1996.

कोरोना टीका कंपनियों का सम्पूर्ण षड़यंत्र और उस संदर्भ के सरकारी अधिकृत दस्ताबेज आप निम्न लिखित 'प्रश्न उत्तर पुस्तिका' से प्राप्त कर सकते है।

Link:- https://bit.ly/3bMOiaU

अगर कोई शंका हो तो आप स्थानीय AIM के स्वयंसेवको की सहायता ले सकते है अधिक जानकारी के लिए AIM की वेबसाइट को देखे:

दुनियाभर में टीका/वैक्सीन (vaccine) के दुष्परिणामों पर पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजे की जानकारी निम्नप्रकार है:-

(i) सिंगापूर सरकार ने कोरोना वैक्सीन की वजह से दिल की बीमारी होने वाले युवक को करोड़ ७८ लाख का मुआवजा दिया।

Link:- https://greatgameindia.com/pfizer-heart-attack-compensation/

(ii) तैवान सरकार ने कोरोना वैक्सीन से मौत होने वाली महिला के परिवार को (US$ २०९,०२५) (1,66,44,660.75 रुपये) का मुआवजा दिया है।

Link:- https://focustaiwan.tw/society/202203290026

(iii) ऑस्ट्रेलिआ सरकार ने पाया की ७८,८८० लोगो में कोरोना के दुष्परिणाम पाये गये है और उन्हें मुआवजे के लिए आवेदन करने को कहा. अब तक १०,००० लोगो ने आवेदन किये है।

Link:- https://www.wionews.com/world/thousands-of-australians-want-compensation-for-covid-vaccine-side-effects-report-429883

(iv) ब्रिटैन (UK) में ९२० लोगो ने मुआवजा की याचिकाये दायर की है और उसकी सम्पुर्ण राशी करीबन ९०३ करोड़ रूपये (११० मिलियन) तक जा रही है।

Link:- https://www.dailymail.co.uk/news/article-10556213/Covid-vaccine-claims-hit-110m-920-compensation-applications-filed.html

(v) थायलंड:- वहा की सरकार ने अबतक १४,०३४ लोगो को . बिलियन (४०० करोड़ रुपये) कोरोना टिके के दुष्परिणाम के कप में दिये है।

Link: https://www.bangkokpost.com/thailand/general/2292514/b1-7bn-for-adverse-jab-effects

(vi) अमेरिका (USA): यू...   में 'National Vaccine Injury Compensation Program' है, वहाँ पर  एमएमआर वैक्सीन के दुष्परिणाम मामले में टिका कंपनी द्वारा पीडितो के मामले में टिका कंपनी द्वारा पीड़ितों के साथ १०१ US $ (७५० करोड़ रुपये) का समझौता करने पर पीड़ित बच्चे के माता पिता ने केस वापस लिया है.

Link:- https://www.mctlaw.com/101-million-dollar-vaccine-injury-mmr/

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