सरकार किसी व्यक्ति को उसके मर्जी के बगैर वैक्सीन नहीं दे सकती ! भारत सरकार के सॉलिसिटर जनरल का हाय कोर्ट में जवाब।
भारत सरकार ने सुचना अधिकार [राइट टू इंफॉर्मेशन
(RTI)] के जवाब में भी और बार बार लोकसभा के प्रश्नौउत्तर में भी बार-बार यही स्पष्ट किया है कि किसी भी व्यक्ति को वैक्सीन लेने के लिए दबाव नहीं बनाया जा सकता । वैक्सीन पूर्णतः स्वेछिक है
। इस बारे में देश के कई उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट का भी एक स्पष्ट निर्णय है कि (Common Cause Vs. Union of India (2018) 5 SCC 1,) किसी भी व्यक्ति को उसकी मर्जी के बगैर कोई भी दवाई या कोई भी चिकित्सा लेने के लिए दबाव नहीं डाला जा सकता यह हर व्यक्ति का अपना अधिकार हैं की वो खुद चुने कि उन्हें किस चिकित्सा पद्धति से किस दवाई से खुद को ठीक करना है।
मेघालय उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में 2021 SCC OnLine Megh 130 में स्पष्ट किया कि अगर कि किसी व्यक्ति को अगर दबाव देकर या धोके से उससे आधी बाते छुपाकर मतलब इसमें वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट छुपाना या दूसरे चिकित्सा पद्धति जैसे नॅचरोपैथी, आयुर्वेद आदि कोई दूसरी उपलब्ध चिकित्सा पद्धति या कोई भी बाते छुपाकर किसी व्यक्ति को अगर कोरोना की वैक्सीन लेने के लिए बाध्य किया जाता है तो उस व्यक्ति को सरकार की और से मुहावजा (Compensation) मिल सकता हैं। और वाले जबरदस्ती वैक्सीन देने वाला व्यक्ति अधिकारी या डॉक्टर और उसका साथ देने वाला व्यक्ति या अधिकारी पर क़ानूनी अपराधिक मामले की कारवाई हो सकती है. और उनको जेल में भेजा जा सकता हैं।
डाउनलोड कीजिए
क्या इसको उत्तर प्रदेश में प्रयोग किया जा सकता है।।
ReplyDeleteजैसे मेघालय हाई कोर्ट का निर्णय को उत्तर प्रदेश के किसी कॉलेज में दिखा दें और वह वैसीना जबरदस्ती लगाएं
या मुंबई हाई कोर्ट का निर्णय को उत्तर प्रदेश के किसी भी कॉलेज में दिखा दे और व्यक्ति लाने की जबरदस्ती हमसे ना करें
क्या ऐसा किया जा सकता है।।
एक न्यायालय का आदेश जब तक उसके विरुद्ध कोई आदेश नहीं आ जाता मान्य है
Deleteलेकिन जो हर जगह वैक्सीन का certificate माँग रहे हैं तो उन प्रचंड भेड़ो का क्या करे
ReplyDeleteसमस्या तो यही है...बिना सर्टिफेक के ट्रैवल तक नहीं करने दे रहे और ऑफिस वाले अलग...उसका क्या?
Deleteमहोदय आप कोर्ट में जाएं और संबंधित अधिकारी के विरुद्ध वाद दायर कर दें और नजीर में उक्त फैसले को लगाएं आपको लाभ होगा
DeleteAMTS ane BRTS bus ma besva nthi deta
ReplyDeletehttps://rashidkhanvaccineblog.blogspot.com/2021/09/blog-post_22.html?fbclid=IwAR2styHzqenb1-Z5DfZdr8vly37LTMDVQtuWinsi7CQ9yLROfU44PpXeqOo सत्य मेव जयते ... इसे हेस टैग के साथ इसको इतना फैला दो की ये जो जहा तहा COVIND 19 की ऐड दिया करते है उससे ज्यादा ये न्यूज़ दिखनी चाहिए।
ReplyDeleteअहमदाबाद में किसी भी बस में नहीं बैठने देते । आज मैं सिर्फ देखने गया
ReplyDeleteबस खाली गयी निकोल से लेकिन
दस सवारी नहीं ली चेकिंग करने वालों
के मैंने कहा अभी गुलाम बनाने की
प्रक्रिया से मुक्त नहीं हुएं कुत्ते की मौत
मरोगे कहते हैं बस में बैठे वेक्सीन
लगाकर
वैक्सीन नहीं तो लोकल ट्रेन में सफर नहीं मुंबई में
ReplyDeleteMaharashtra Mai aurangabad no vacancies no disel aur petrol ration
ReplyDelete