[ब्रेकीग] जिन लोगो को कोरोना होकर गया है वो लोग सबसे सुरक्षित । उन्हें फिर से करोना होने की कोई संभावना नहीं है उनकी जान को कोई खतरा नहीं है । उनकी प्रतिकार क्षमता वैक्सीन से 13 गुना से भी ज्यादा अधिक पावरफुल है।
- जिन लोगो को कोरोना होकर गया है वो लोग सबसे सुरक्षित ।
- उन्हें फिर से करोना होने की कोई संभावना नहीं है उनकी जान को कोई खतरा नहीं है ।
- उनकी प्रतिकार क्षमता वैक्सीन से 13 गुना से भी ज्यादा अधिक पावरफुल है ।
- उन्हें मास्क लगाने की कोई आवश्यकता नहीं। उन्हें सभी निर्बंध उसे तुरंत छूट मिलनी चाहिए।
भारत में ऐसे
70% प्रतिशत से ज्यादा लोग हैं ऐसा खुद भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद Indian
Council of Medical Research (ICMR) के सिरों सर्वे में पाया गया इसलिए भारत में अब लॉकडाउन या कोई भी निर्बंध लगाने की आवश्यकता नहीं है।
जो लोग सबसे सुरक्षित है उनमे वो लोग भी शामिल है जिन्हें कभी कोरोना की बिमारी नही हुई परंतु वे लोग किसी भी कारणवश कोरोना के संपर्क मे आने की वजह से उनके शरीर मे अँटीबॉडी तयार हो गई.
भारत मे ऐसे ज्यादातार लोग है
।
ऐसे लोगों को वैक्सीन देना मतलब उनकी प्रतिकार शक्ति को दूषित करना और उनकी जान धोखे में डालने के बराबर है।
प्रश्न: क्यों कोरोना बीमारी से ठीक होने वाले या उसके संपर्क में आने वाले लोग सबसे सुरक्षित माने जाते हैं ?
उत्तर: वैक्सीन टीका का काम यह होता है कि वह आपके शरीर में एक मृत वायरस या सिंथेटिक प्रोटीन (Synthetic Protin) को डालता है और आपके शरीर को युद्ध की तैयारी करवाता है ताकि जब सच में बीमारी हो और जब वायरस शरीर में आये तो आपके शरीर में तैयार एंटीबॉडी उनका मुकाबला कर सके
।
लेकिन अभी उपलब्ध सभी वैक्सीन फेल और कार्यक्षम पाई गई है.
वैक्सीन लेने वाले कई लोगों की मौत करोना से हुई है ।
परंतु जो व्यक्ति को कोरोना बीमारी होकर गई है या जो उसके संपर्क में आया है वह व्यक्ति तो सीधा असली कोरोनावायरस से युद्ध लड़कर वायरस को हराकर और युद्ध जीतकर आया है इसलिए वह सर्वश्रेष्ठ है
।
रिसर्च में ऐसा पाया है कि ऐसे व्यक्ति कोरोना बिमारी दोबारा नहीं हो सकता और उसकी मौत करोना से नहीं हो सकती और वह व्यक्ति कोरोना का प्रसार नहीं कर सकता उससे दूसरे व्यक्ति को कभी करना नहीं फैल सकता
।
भारत सरकार के Central
Drugs Standard Control Organisation (CDSCO) केंद्रीय औषधिमानक नियंत्रण संगठन विभाग ने
2
अगस्त
2021 के जवाब में भी स्पष्ट किया है कि ऐसे लोगों पर वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल नहीं किए गए हैं । ऐसे में उन्हें वैक्सीन देने का कोई सवाल ही नहीं उठता बल्कि यह बहुत बड़ा खतरा है।
Link:
कोरोना ठीक होने वाले लोगों को वैक्सीन
(टीका)
देना यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे आपने आपकी पढ़ाई
12वीं,
ग्रेजुएशन और पी.एच.
डी तक पूरी कर ली लेकिन आपको कहा जा रहा है कि आप पहली कक्षा में एडमिशन लेकर पास होने का प्रमाण पत्र लेकर आओ। बाद में पता चलता है कि ऐसा नियम
लाने के
पीछे की वजह यह थी कि मंत्री महोदय के रिश्तेदार ने नई स्कूल खोली थी।
ऐसे बेवकूफी भरे नियम तभी लाए जाते हैं जब सरकार को देश की जनता के स्वास्थ्य से ज्यादा वॅक्सीन कंपनीयो के लाखो करोड के मुनाफे की चिंता रहती है क्योंकि भ्रष्ट अधिकारी और मंत्रीयो को उसमेसे हजारो करोड कि रिश्वत मिलती है। अभी आप देख रहे होंगे कि कैसे भ्रष्ट अधिकारी और बेईमान डॉक्टर्स अब लोगो को तिसरा बूस्टर डोज लगाने की सलाह देकर टीका (Vaccine) कंपनी को और ८०,००० करोड से ज्यादा का फायदा पहूचाने के चक्कर मे है ।
जागो मेरे देशवासियो,
जागो बेवकूफ बनाना छोडो ।।
Ø
अत्याधुनिक वॅक्सीन आपकी प्रतिकार शक्ती को दुषीत करता है:-
गौर किजीये
:-
विश्व के सबसे प्रगत और श्रेष्ठ मेडिकल सुविधा
,डॉक्टर्स और पर्याप्त सुविधा वाले अमेरिका और इटली मे कोरोना महामारी के पहले लहर के दौरान रोज हजारो लोग मर रहे थे
।
अमेरिका की कुल आबादी ३० करोड है बल्की भारत देश जिसकी आबादी १३५ करोड है उसमे मरने वालो की संख्या बहुत कम थी क्यो
?
क्योकी,अमेरिका और इटली मे ऐसे भी हर वर्ष सभी नागरिको को कई किस्म की वैक्सीन दी जाती है,
जिस वजह से उन लोगों की प्रतिकार शक्ति घटती जा रही है और किसी भी नई बीमारी में उन लोगों के मरने की संभावना (Chances)
बाकी अन्य लोगों से कई गुना ज्यादा है
।
विचार करें वैक्सीन (टीका)
और दवाई कंपनियों के माफिया भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा चलाए गए दुष्प्रचार में ना फंसे खुद भी सुरक्षित रहें और अपने परिवार और अपने देश की चिंता करें
।
मर्जी है आपकी,
क्योंकि जिंदगी है आपकी
इस बारे में उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल याचिका और साथ में दिए गए सभी प्रामाणिक सबूत रिसर्च पेपर और विशेषज्ञों की राय नीचे दिए गए लिंक पर उपलब्ध है
।
Link
1:- https://drive.google.com/file/d/177VAB_lrlkjXr6vWwCASN-GH1kDjnGwG/view?usp=sharing
Link 2:- https://drive.google.com/file/d/1E6eyO6mi-tV25IhkbEN8S UDvxpANatXL/view
Image Courtesy: Indian Bar Association |
बहुत बहुत सच है। कोरोना के पीछे दवा कंपनियों की लूट का षडयंत्र है।
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